THE BEST SIDE OF BAGLAMUKHI SADHNA

The best Side of baglamukhi sadhna

The best Side of baglamukhi sadhna

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ॐ ह्रीं बगलामुखी सर्व दुष्टानाम वाचं मुखम पदम् स्तम्भय।

भगवती का यह कवच शत्रु के विद्वेषण, आकर्षण, उच्चाटन, मारण तथा स्तम्भन आदि प्रयोगों से भक्त को मुक्ति दिलवाता है।

वेद में तन्त्र-शास्त्र – प्रसिद्ध बगला-पद ‘वलगा’-इस व्यत्यय नाम से कहा जाता है ।

उ. देवी को सुगंधित द्रव्य-मिश्रित जल से स्नान करवाने के उपरांत गुनगुना जल ड़ालकर महाभिषेक स्नान करवाएं। महाभिषेक करते समय देवी पर धीमी गति की निरंतर धारा पड़ती रहे इसका ध्यान रखें। इसके लिए अभिषेकपात्र का प्रयोग करें। संभव हो तो महाभिषेक के समय विविध सूक्तों का उच्चारण करें।

देवी को कपास के दो वस्त्र अर्पित करें। एक वस्त्र देवी के गले में अलंकार के समान पहनाएं तथा दूसरा देवी के चरणों में रखें।

मुसलमानी अमल – मुसलमानी कलमा – धन दौलत प्रपात करने के…

At the time in the Satyuga, a horrible cosmic storm was born that brought on an awesome disaster, and The complete entire world started to get wrecked and it caused worry about.

Though normally depicted which has a human head, the goddess is sometimes described to possess a head of the crane and sometimes depicted ridding a crane. Often, she's described affiliated with other birds: possessing a duck-head or possibly a nose of a parrot.

Equally as the king’s son will become the Formal king on the condition Later on, the seeker is able to determine this kingdom with tenacity by adopting this initiation-custom. It's really a point out by meditation, which condition can be a Particular path for victory in elections and so on.

Now take a copper plate and put it right before Gurudev’s photograph. Position Bagalamukhi Yantra on this plate and worship it way too with water, rice grains, vermillion, flowers and many others.

‘ रक्षोहणं वलग-हनं वैष्णवीमिदमहं तं वगलमुत्किरामि । ‘

माँ बगलामुखी की साधना baglamukhi sadhna एक प्राचीन और गोपनीय साधना है इस साधना की जानकारी किसी भी आगम निगम ग्रंथो में उपलब्ध नहीं है । इस साधना की महिमा के बारे में जरूर बताया गया है । और इस के स्तोत्र और पूजा पाठ की जानकारी जरूर उपलब्ध है । यह साधना की जानकारी गुरुजनो से प्रपात की जा सकती इस की दीक्षा हासिल करके इस साधना को सिद्ध किया जा सकता ।

four] Through the Sadhana it has been noticed that an more info exceptionally scary female may well occur and sit beside you and stare at you repeatedly. That may be why mastering Tratak is absolutely essential.

साधना को आरम्भ करने से पूर्व एक साधक को चाहिए कि वह मां भगवती की उपासना अथवा अन्य किसी भी देवी या देवता की उपासना निष्काम भाव से करे। उपासना का तात्पर्य सेवा से होता है। उपासना के तीन भेद कहे गये हैं:- कायिक अर्थात् शरीर से , वाचिक अर्थात् वाणी से और मानसिक- अर्थात् मन से। जब हम कायिक का अनुशरण करते हैं तो उसमें पाद्य, अर्घ्य, स्नान, धूप, दीप, नैवेद्य आदि पंचोपचार पूजन अपने देवी देवता का किया जाता है। जब हम वाचिक का प्रयोग करते हैं तो अपने देवी देवता से सम्बन्धित स्तोत्र पाठ आदि किया जाता है अर्थात् अपने मुंह से उसकी कीर्ति का बखान करते हैं। और जब मानसिक क्रिया का अनुसरण करते हैं तो सम्बन्धित देवता का ध्यान और जप आदि किया जाता है।

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